Titanic: टाइटैनिक दिखाने गई पनडुब्बी अटलांटिक में 2 दिन से लापता: ब्रिटिश अरबपति, 2 पाकिस्तानी समेत 5 टूरिस्ट सवार, इसमें सिर्फ 96 घंटे की ऑक्सीजन

ब्रिटेन के साउथैम्पटन बंदरगाह से 10 अप्रैल 1912 को टाइटेनिक अपने पहले और आखिटी सफर पट निकला था। इस जहाज में करीब 2200 लोग सवार थे और ये न्यूयॉर्क जा रहा था। हम आपको टाइटैनिक जहाज के बारे में बता रहे हैं....

ब्रिटिश शिपिंग कंपनी व्हाइट स्टार लाइन को तीन ओलंपिक क्लास जहाज बनाने का जिम्मा सौंपा गया था। टाइटैनिक का निर्माण कार्य 31 मार्च 1909 को शुरू हुआ था।

उत्तरी आयरलैंड के बेलफास्ट में स्थित हालैंड एंड वोल्फ शिपयार्ड में इस जहाज को तैयार किया गया। इटैनिक को तैयार करने में उस समय 7.5 मिलियन डॉलर का खर्च आया था।

31 मई 1911 को इस जहाज को लोगों के सामने प्रस्तुत किया गया था। इसे देखने के लिए 10 हजार लोग इकट्ठा हुए थे। टाइटेनिक को उस समय एक तैरते हुए शहर की उपाधि दी गई थीं।

वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, टाइटेनिक जहाज इंपीरियल स्टेट बिल्डिंग जितना ऊंचा था यानी इसकी ऊंचाई करीब 17 मंजिला इमारत के बटाबर थी। इस जहाज की लंबाई फुटबॉल के 3 मैदानों के बराबर थी। जहाज में टोज 800 टन कोयले की खपत होती थी।

 यात्रा के 4 दिनों के बाद 14 अप्रैल करीब आधी रात को इसकी टक्कर एक आइसबर्ग (बर्फ का टुकड़ा) से हो गई थी। टक्कर के बाद शिप का अलार्म तो बजा, लेकिन जब तक इंजन को घुमाकर जहाज को रास्ते से हटाया जाता तब तक टक्कर हो चुकी थी।

टक्कर के तुरंत बाद टाइटेनिक में तेजी से पानी भरने लगा और करीब तीन घंटे बाद जहाज का अगला हिस्सा समुद्र में डूब गया था। इस हादसे में करीब 1500 लोगों की मौत हुई थी, जबकि करीब 700 लोगों को बचा लिया गया था।

 टाइटेनिक में लगी सीटी की आवाज को ॥ मील की टूटी तक सुना जा सकता था। जहाज पर खाने के लिए 86,000 पाउंड मीट, 40,000 अंडे, 40 टन आलू 3,500 पाउंड प्याज, 36,000 सेब ओट 1,000 पावरोटी के पैकेट के साथ कई तरह के खाने का सामान मौजूद था।